कोरोना वायरस से पैदा हुए संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एक बार फिर देश को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने एक बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि सरकार ने आज रात 12 बजे से पूरे देश को लॉकडाउन करने का फैसला किया है। यह लॉकडाउन अगले 21 दिनों तक यानी 14 अप्रैल तक जारी रहेगा। उन्होंने कहा, ‘घर से बाहर निकलना क्या होता है’, यह 21 दिन के लिए भूल जाइए। इसे कर्फ्यू जैसा ही समझा जाए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह भी कहना था कि अगर इन 21 दिनों में सावधानी नहीं बरती गई तो देश और लोग 21 साल पीछे चले जाएंगे।
मोदी ने कहा, ”आने वाले 21 दिन हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो, कोरोना वायरस की संक्रमण सायकिल तोड़ने के लिए कम से कम 21 दिन का समय बहुत अहम है”। प्रधानमंत्री ने कहा कि ”मुझे विश्वास है हर भारतीय संकट की इस घड़ी में सरकार के, स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करेगा। 21 दिन का लॉकडाउन, लंबा समय है, लेकिन आपके जीवन की रक्षा के लिए, आपके परिवार की रक्षा के लिए, उतना ही महत्वपूर्ण है।
वैश्विक महामारी बन चुके कोरोना वायरस से भारत हार नहीं मानेगा। पीएम नरेंद्र मोदी के आज के संबोधन से यह बात तो स्पष्ट हो गई है। जनता के भरोसे पर पीएम ने कोरोना वायरस के खिलाफ एक बड़ा फैसला लिया है। पूरे भारत में 21 दिन का लॉकडाउन पीएम मोदी का एक बड़ा फैसला माना जा रहा है।
लॉकडाउन सफल बनाने की जिम्मेदारी अब हर एक नागरिक की है। 21 दिन के लॉकडाउन से कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने में बड़ी मदद मिलेगी। पीएम मोदी ने बताया कि उन्होंने डाक्टरों और विशेषज्ञों से बात करने के बाद ही ये बड़ा कदम उठाया है।
पीएम मोदी ने कहा कि मेरी आपसे प्रार्थना है कि इस बीमारी के लक्षणों के दौरान, बिना डॉक्टरों की सलाह के, कोई भी दवा न लें। किसी भी तरह का खिलवाड़, आपके जीवन को और खतरे में डाल सकता है। पीएम मोदी ने कहा कि इससे कोरोना से जुड़ी टेस्टिंग फेसिलिटीज, पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्वीपमेंट्स, आइसोलेशन बेड्स, ICU बेड्स, वेंटिलेटर, और अन्य जरूरी साधनों की संख्या तेजी से बढ़ाई जाएगी।